divya pahuja ये खौफनाक पुलिसिया खुलासा पढ़कर आप हैरान रह जायेंगे। हमारे समाज में हर वर्ग हर क्षेत्र में लड़कियों को ख़ास इज़्ज़त और मुकाम दिया जाता है। लेकिन गुरुग्राम की दिव्या पाहुजा के मर्डर मामले में पुलिस की चार्जशीट पढ़कर आप हिल जायेंगे। 523 पन्नों की इस चार्जशीट में पुलिस ने होटल में उस दिन घटी पूरी घटना के बारे में बताया है। मामले में होटल सिटी पॉइंट के मालिक अभिजीत सिंह को मुख्य आरोपी और 6 अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है। ऐसे में आइए आपको बताते हैं कि क्या था ये पूरा मामला
जमानत पर बाहर थी दिव्या divya pahuja
तारीख- 2 जनवरी, साल- 2024… और जगह- गुरुग्राम का होटल सिटी पॉइंट। रूम नंबर 107 में गोली चली, जो सीधी एक 27 साल की लड़की के सिर में जाकर लगी। लड़की की वहीं मौत हो गई। गोली मारने वाले शख्स ने अपने कुछ दोस्तों की मदद से लाश को अपनी बीएमडब्ल्यू की डिक्की में रखा और संगरूर की भाखड़ा नहर में फेंक दिया। सबकुछ बेहद गुपचुप तरीके से हुआ और किसी को इस हत्या की भनक नहीं लगी। लेकिन, 11 दिन बाद 13 जनवरी को पुलिस ने इस लाश को बरामद कर लिया। ये लाश थी पूर्व मॉडल दिव्या पाहुजा की, जिसके मर्डर केस में मंगलवार को गुरुग्राम पुलिस ने 523 पन्नों की चार्जशीट फाइल की है। दिव्या पाहुजा कौन थी? उसकी हत्या क्यों और किसने की? होटल में उस दिन क्या हुआ था? इन सारे सवालों के जवाब पुलिस की इस चार्जशीट में छिपे हैं।
जनवरी 2024 में हुई थी दिव्या पाहुजा की हत्या, नहर में मिली लाश
गुरुग्राम पुलिस ने अपनी चार्जशीट में होटल सिटी पॉइंट के मालिक अभिजीत सिंह सहित सात लोगों को आरोपी बनाया है। अभिजीत सिंह का कहना है कि दिव्या के पास उसकी कुछ अश्लील तस्वीरें और वीडियो थे, जिनके जरिए वो उसे ब्लैकमेल कर रुपए मांग रही थी। वहीं, गुरुग्राम पुलिस ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि उसे ऐसा कोई सबूत नहीं मिला, जो ब्लैकमेलिंग के इस दावे को सच साबित करे। तो फिर होटल में आखिर हुआ क्या था? ये जानने के लिए हम आपको लिए चलते हैं 8 साल पहले, जब मुंबई के एक होटल रूम में एक कुख्यात गैंगस्टर पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। इस गैंगस्टर का नाम था संदीप गडोली। संदीप जिस वक्त मारा गया, दिव्या पाहुजा भी उसके साथ थी।
कौन थी दिव्या पाहुजा?
फल और सब्जियों की रेहड़ी लगाने वाले की 18 साल की बेटी दिव्या पाहुजा की आंखों में बड़े-बड़े सपने थे। उसका सोशल मीडिया अकाउंट उसके फोटो और वीडियो से भरा हुआ था। लेकिन, घर के हालात ऐसे नहीं थे कि वो आगे बढ़ सके। ऐसे में साल 2015 में कुछ दोस्तों के जरिए उसकी मुलाकात संदीप गडोली से हुई। रोहतक यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट संदीप एक कुख्यात गैंगस्टर था। पिता हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल थे, लेकिन संदीप को जुर्म की डगर पसंद आई। हरियाणा और दिल्ली मं उसके ऊपर 41 केस दर्ज थे, जिनमें से 10 मर्डर के मामले थे। पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल संदीप के ऊपर 1.25 लाख रुपए का इनाम था। संदीप से दिव्या की नजदीकी बढ़ी और फिर धीरे-धीरे यही नजदीकी प्यार में बदल गई। दोनों साथ-साथ रहने लगे।
ऐसे तैयार हुआ संदीप के लिए प्लान
इसी दौरान संदीप की दुश्मनी हरियाणा के एक दूसरे गैंगस्टर बिंदर गुर्जर से हो गई। गैंगवार बढ़ने लगा और एक दिन संदीप ने बिंदर के ड्राइवर को मार दिया। अब बिंदर ने तय कर लिया था कि वो संदीप का इंतजाम करके रहेगा। गुरुग्राम की क्राइम ब्रांच भी संदीप की तलाश में थी। मुंबई पुलिस ने संदीप गडौली के एनकाउंटर मामले में जो चार्जशीट फाइल की है, उसके मुताबिक, ‘बिंदर गुर्जर के भाई मनोज की क्राइम ब्रांच के कुछ अफसरों से नजदीकी थी। साथ ही वो दिव्या पाहुजा की मां सोनिया पाहुजा को भी जानता था। मनोज ने गुरुग्राम पुलिस के साथ मिलकर संदीप गडौली को रास्त से हटाने का प्लान तैयार किया।’ बिंदर के ड्राइवर को मारने के बाद संदीप मुंबई के लिए निकला और साथ में उसकी गर्लफ्रेंड दिव्या भी थी।
संदीप की लोकेशन के बदले में फ्लैट और रकम
मुंबई पुलिस के मुताबिक, दिव्या रास्ते में लगातार संदीप की लोकेशन अपने सोशल मीडिया पर अपडेट कर रही थी और साथ ही अपनी मां सोनिया को कोड वर्ड के जरिए जरूरी जानकारी भी दे रही थी। दिव्या से सोनिया और फिर सोनिया से मनोज के पास होती हुई संदीप की हर डिटेल गुरुग्राम पुलिस तक पहुंच रही थी। बदले में दिव्या को एक फ्लैट और मोटी रकम देने का वादा किया गया। गुरुग्राम क्राइम ब्रांच की एक टीम इस लोकेशन के जरिए संदीप के पीछे लग गई। पीछा करती हुई क्राइम ब्रांच की टीम मुंबई पहुंची और 7 फरवरी 2016 को संदीप गडौली होटल में ही एनकाउंटर में मारा गया। बाद में मुंबई पुलिस ने इसे फर्जी एनकाउंटर करार दिया। मुंबई पुलिस ने इस मामले में गुरुग्राम के पांच पुलिसकर्मियों सहित दिव्या और उसकी सोनिया को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।