ideal wife : बीवी ने ड्राइवर पति को मैनेजर बना दिया !

Shining Uttarakhand News
ideal wife औरत के संघर्ष और कामयाबी की बहुत सी कहानी आपने पढ़ी होगी लेकिन जम्मू के उधमपुर में एक छोटा सा गांव है टिकरी जहाँ खूबसूरत पहाड़ों से घिरे इस गांव में 32 साल की रेवा देवी की सच्ची कहानी आपको प्रेरणा ज़रूर देगी जो अपने पति और तीन बच्चों के साथ रहती हैं। रेवा के पति ड्राइवरी करते थे और पांच लोगों के परिवार में अकेले कमाने वाले थे। पति की तनख्वाह रेवा के हाथों में तो आती, लेकिन उसमें ना ठीक से गुजारा होता और ना ही ‘कल’ के लिए कुछ बचता। गांव या गांव के आसपास ऐसा कोई जरिया नहीं था, जहां से कोई नौकरी या रोजगार मिल सके। इस बीच रेवा की जिंदगी में वो पल आया, जिसने ना केवल उसकी परेशानियों को खत्म कर दिया, बल्कि उसके पति की जिंदगी को भी बदलकर रख दिया। रेवा की कहानी सुनकर लोग भी कहते हैं कि बीवी हो तो ऐसी …


रेवा परेशानी थी और बेबस भी  ideal wife

ideal wife

रेवा की कहानी जानने के लिए आपको लिए चलते हैं पांच साल पहले, जब इस बदलाव की शुरुआत हुई। अपनी परेशानियों से जूझ रही रेवा को साल 2019 में एक सरकारी अधिकारी के जरिए मशरूम के बीज मिले। रेवा ने इन बीजों को अपने घर के एक कोने में उगाया और पूरी मेहनत के साथ इनकी देखभाल करने लगी। रेवा की मेहनत रंग लाई और उसके उगाए गए इन बीजों से पहली खेप में 70 किलो की फसल मिली। अब बारी थी इन्हें बेचने की। रेवा ने इन्हें 250-250 ग्राम के पैकेट में पैक किया और उसकी ये फसल 25 रुपए प्रति पैकेट के हिसाब से 100 रुपए किलो की दर से बिकी। अपनी पहली कमाई से रेवा बहुत खुश थी।


जरूरत थी महिलाओं के उत्पादों की मार्केटिंग की

 रेवा ने इस काम के लिए अपने पति कुलदीप को चुना। उन्होंने कुलदीप की ड्राइवर की नौकरी छुड़वा दी। कुलदीप ने मार्केटिंग का काम बखूबी संभाला और बदले में रेवा ने उन्हें हर महीने सैलरी देना शुरू किया। महज 12वीं तक पढ़ीं रेवा बताती हैं, ‘कुलदीप अब हमारी एफपीओ टीम का हिस्सा हैं और मार्केटिंग का सारा काम संभालते हैं। काम के बदले में उन्हें मैं सैलरी देती हूं। मैंने उनका जॉब प्रोफाइल और कमाई दोनों को बदल दिया है। घरवालों के कहने पर मैंने 12वीं के बाद पढ़ाई नहीं की। बहुत कम उम्र में शादी भी कर ली। लेकिन, आज अपनी जिंदगी के हर फैसले पर सिर्फ मेरा हक है।’

हर साल 3 लाख रुपए कमा रही हैं रेवा

साल 2023 की शुरुआत में मुंबई में एक मेला लगा, जहां इन महिलाओं ने अपने उत्पाद बेचकर 2 लाख रुपए की कमाई की। ऐसा पहली बार था, जब उधमपुर के इस टिकरी गांव की महिलाएं अपने घर-आंगन से रोजगार के लिए बाहर निकलीं थी। हालांकि, अब उनके उत्पादों की बिक्री दूसरे राज्यों में भी होने लगी है। अपने पति को ही नौकरी देने वाली रेवा खुद भी हर साल 3 लाख रुपए महीना कमाती हैं। रेवा समाज में बदलाव का एक बड़ा चेहरा बन चुकी हैं ये कहानी बताती है कि समाज में आगे बढ़ने का ज़ज़्बा रखने वाली बीवी को पति मौक़ा और हौसला दोनों दे तो वो पुरे परिवार की किस्मत भी संवार सकती  देश में मिसाल भी बन सकती है। 

चार धामयात्री ध्यान दें – QR कोड से होगी बिक्री https://www.shininguttarakhandnews.com/char-dham-yatra/
ShiningUttarakhandNews

We are in the field of Electronic Media from more than 20 years. In this long journey we worked for some news papers , News Channels , Film and Tv Commercial as a contant writer , Field Reporter and Editorial Section.Now it's our New venture of News and Informative Reporting with positive aproch specially dedicated to Devbhumi Uttarakhand and it's glorious Culture , Traditions and unseen pictures of Valley..So plz support us and give ur valuable suggestions and information for impressive stories here.