Report By – Anita Tiwari
Harish Rawat Post पूर्व सीएम हरीश रावत अक्सर अपनी बात मीडिया की बजाय सोशल मीडिया पर ज्यादा रखते हैं। इस बार उन्होंने मंगलवार दोपहर एक लम्बी चौड़ी पोस्ट साझा की है जिसमें उन्होंने तीर्थयात्रियों की पीड़ा का जिक्र किया है। उन्होंने बड़ी नपी तुली शब्दावली में धामी सरकार को कई सुझाव दिए तो उत्तराखड़ी लोगों से अपील भी की है। पढ़िए हरीश रावत का ये पोस्ट जस का तस –
Harish Rawat Post हरदा ने सीएम धामी को दिया सुझाव
Harish Rawat Post हरिद्वार से जिस राज्य के हर हिस्से में हर 50-60 किलोमीटर पर कोई न कोई महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल हो, हमको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जो बाहर के यात्रीगण आ रहे हैं और यदि केदारधाम, बद्रीधाम, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में संख्या ज्यादा हो रही है तो कुछ लोगों को सरकारी खर्चे पर मार्ग में ठहरा कर, वहां के निकटस्थ तीर्थ स्थल के दर्शन करवाने चाइये। उसका खर्चा सरकार स्वयं वहन करें। मेडिकल सुविधाओं के साथ खान-पान की सुविधाओं पर भी नजर रखनी पड़ेगी।
Harish Rawat Post मुझे कुछ लोगों ने फोन करके बताया कि 150-160 रुपये का एक पराठा चार्ज हो रहा है, कुछ लोग दे सकते हैं और कुछ लोग ऐसे भी तो हैं जो आस्था के कारण अपनी छोटी-मोटी बचतों के आधार पर हमारे तीर्थ स्थानों पर आ रहे हैं। हमारे तीर्थ स्थलों की प्रति उनकी मान्यता है, तो हमें इस बात को सुनिश्चित करना चाहिए कि उन सब लोगों को खाने-पीने, रहने की सुविधा उचित मूल्य पर मिल जाए। दवा और SDRF की सुविधा तो हर 100 यात्रियों के बीच में हमें एक हेल्प डेस्क बनाना चाहिए, जहां पर यात्री को हर तरीके की सुविधा और मार्गदर्शन मिल सके।
“जय हिंद, जय केदार, जय बद्री”।।
https://www.shininguttarakhandnews.com/burhans-tea-helth-benifits/
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