देहरादून से अनीता आशीष तिवारी की रिपोर्ट –
SDRF Uttarakhand अगर आप चार धाम यात्रा पर आ रहे हैं और आपको अपनी सुरक्षित यात्रा को लेकर कोई डर या संदेह है तो बेफिक्र हो जाइये क्योंकि चारधाम यात्रा मार्गों के लिए एसडीआरएफ में महिला रेस्क्यूर को भी शामिल किया गया है। वहीं, पुलिस के 53 जवानों को बेसिक फर्स्ट रेस्पॉन्डर कोर्स के बाद एसडीआरएफ मुख्यालय जौलीग्रांट में प्रतिनियुक्ति पर नियुक्त किया गया है।
उत्तराखंड के अनुभवी आईपीएस और सिल्क्यारा टनल ऑपरेशन के कामयाब नायक और सेनानायक मणिकांत मिश्रा कहते हैं कि चारधाम यात्रा को सफल बनाने के लिए महिला रेस्क्यूर को विभिन्न पोस्टों पर तैनात किया गया है। इससे चारधाम यात्रा मार्ग पर भक्तों को रेस्क्यू करने में सहायता मिलेगी।
ऐसा पहली महिला रेस्क्यूर को भी शामिल किया SDRF Uttarakhand
सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने बताया कि प्रशिक्षकों ने मेडिकल फर्स्ट रेस्पॉन्डर (एमएफआर), कॉम्प्लेक्स स्ट्रक्चर सर्च एंड रेस्क्यू (सीएसएसआर), केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल, न्यूक्लियर (सीबीआरएन) फ्लड रेस्क्यू, रोप रेस्क्यू आदि का महिला रेस्क्यूर को गहन प्रशिक्षण दिया गया। महिला रेस्क्यूर की राज्य में 31 स्थानों पर पोस्टिंग की गई है। 9 अतिरिक्त स्थानों पर भी रेस्क्यू टीम को तैनात किया गया है। इस अवसर पर सेनानायक शिवदत्त नौटियाल, क्वार्टर मास्टर राजीव रावत, ट्रेनिंग इंस्पेक्टर प्रमोद रावत आदि मौजूद रहे।
आपको बता दें कि 10 मई से बाबा केदार के कपाट खुलने से चार धाम यात्रा शुरू होने जा रही है। चार धाम यात्रा को लेकर धामी सरकार , स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। यात्रियों के लिए व्यवस्था का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। मौसम विभाग ने बारिश को लेकर पूर्वानुमान जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक, चारधाम यात्रा शुरू होते ही पूरे प्रदेशभर में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। हालांकि, उससे पहले भी छुटपुट बारिश का सिलसिला उच्च पहाड़ी क्षेत्रों में पर जारी रह सकता है। लेकिन सबसे अहम है अतिथियों का स्वागत और उनकी सुरक्षा जिसका ज़िम्मा सम्हाल रखा है एसडीआरएफ के शानदार अनुभवी टीम लीडर आईपीएस मणिकांत मिश्रा ने ……