Inspiring Story जम्मू-कश्मीर के किसी भी जिले का नाम सुनने पर आमतौर पर एक ही छवि सामने उभरती है- संघर्ष और अशांति के बीच जीवन. पिछले कुछ वर्षों में जम्मू-कश्मीर में हालात बदले हैं राजौरी जिले के सीमावर्ती इलाके नौशेरा निवासी भावना केसर ने ऐसी सफलता हासिल की है, जिससे गांव और शहर का सिर गर्व से ऊंचा हो गया. भावना केसर ने ज्यूडिशियल सर्विसेज द्वारा आयोजित परीक्षा पास कर जिले का नाम रोशन किया है. भावना जज बन गई हैं.
खुद भी कपड़े सिलती थीं भावना Inspiring Story
भावना केसर ने संघर्षों के बीच अपन जीवन बिताया है. उनके पिता दर्जी हैं ओर शहर में ही उनकी एक छोटी सी दुकान है. उसी दुकान से जो कुछ भी आमदनी होती है, उन्होंने सब अपनी बेटी का भविष्य संवारने में लगा दिया. बेटी भावना ने भी अपने माता-पिता के परिश्रम और संघर्ष को जाया नहीं होने दिया. उन्होंने जज की परीक्षा पास कर अपने पिता का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है. भावना की इस सफलता से पूरा नौशेरा झूम उठा. जब अपने घर आईं तो आसपास के लोगों ने फूल-माला पहनाकर अपनी बिटिया रानी का स्वागत किया.
भावना का जीवन संघर्षमय रहा है. पिता दर्जी का काम कर घर का खर्च चलाते थे. उसी में भावना की पढ़ाई के लिए भी पैसे बचाते थे. भावना बचपन से ही अपने पिता के साथ कपड़े सिलने का काम भी करती थी. उनके पिता का सीमावर्ती इलाके में ही एक छोटी सी दुकान है. भावना के दो भाई भी हैं. अब जब भावना तमाम तरह के संघर्षों को धता बताते हुए यह सफलता हासिल की है तो पूरे इलाके में उम्मीद की एक किरण दिखी है. उनके जज बनने से पूरा गांव खुश और आह्लादित है. ग्रामीणों का कहना है कि भावना उनकी बेटियों के लिए प्रेरणा की स्रोत हैं.
राजौरी जिले में स्थित नौशेरा सेक्टर पाकिस्तान सीमा पर स्थित है. पाकिस्तान की ओर से अक्सर इस इलाके में गोलीबारी की जाती है. आतंकवादी भी इस इलाके से घुसपैठ करने की फिराक में रहते हैं. ऐसे में नौशेरा में अक्सर ही गोलीबारी की घटनाएं सामने आती रहती हैं. इन सबके बीच भावना ने अपनी पढ़ाई लिखाई पर पूरा ध्यान दिया. उन्होंने आगे की पढ़ाई के लिए चंडीगढ़ का रुख किया था. पढ़ाई पूरी होने के बाद वह वापस घर आ गई थीं. उन्होंने कड़ी मेहन के साथ पढ़ाई शुरू की जिसका परिणाम सबके सामने सामने है.
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