Male Harresment महिलाओं के साथ अगर कुछ गलत होता है या उनका शोषण होता है और कहीं सुनवाई नहीं होती तो वह महिला आयोग से शिकायत करती हैं। महिला आयोग की तरफ से महिलाओं की मदद की जाती है। अगर पुरुषों के साथ कुछ गलत होता है तो वह कहां जाएं? पत्नी से परेशान होकर यूपी के पति मानवाधिकार आयोग पहुंच रहे हैं। उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग की तरफ से हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए हैं।
पिछले साल का रिकॉर्ड Male Harresment
रिपोर्ट्स की मानें तो उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग में पत्नियों से परेशान पुरुषों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी दर्ज हो रही है। इस साल अभी तक 22522 शिकायतें दर्ज करवाई जा चुकी हैं। आंकड़ों में लगातार वृद्धि पर आयोग का कहना है कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि लोगों में जागरूकता बढ़ रही है।आयोग के एक अधिकारी ने कहा है कि पिछले कुछ सालों में पत्नियों से परेशान पतियों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है और इस तरह की शिकायतें भी बढ़ती जा रही हैं। इसके साथ ही आयोग में शिकायतों पर सुनवाई ना होना , योजनाओं से वंचित रहने पर भी लोग शिकायत करने पहुंचते हैं।
आंकड़ों की मानें तो साल 2023 – 24 में जनवरी तक 31285 शिकायतें मिली थीं। वहीं साल 2022-23 में 36209 शिकायतें प्राप्त हुई थीं। वहीं साल 2011-12 में आयोग में सबसे अधिक शिकायतें प्राप्त हुई थीं। साल 2011-12 में 38824 शिकायतें आयोग तक पहुंची थीं।बता दें कि साल 2023 में सुप्रीम कोर्ट से पुरुष आयोग बनाने की मांग की गई थी। सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में NCRB के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा गया था कि 33.2 फीसदी पुरुषों ने पारिवारिक समस्या, 4.8 फीसदी ने विवाह से जुड़े विवाद और घरेलू हिंसा के कारण आत्महत्या कर ली थी। मांग की गई थी कि इस तरह के मामलों की स्टडी की जाए और राष्ट्रीय पुरुष आयोग का गठन किया जाए।