Khateema Kand उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा गोलीकांड की 30वीं बरसी पर उधम सिंह नगर के खटीमा में शहीद स्मारक पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कार्यक्रम के दौरान शहीदों के परिजन खटीमा में एकत्र हुए और शहीदों को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। इससे पहले धामी ने यह भी बताया कि राज्य सरकार राज्य आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों के सशक्तिकरण के लिए किस तरह कदम उठा रही है।
सीएम ने दी शहीदों को पुष्प श्रद्धांजलि Khateema Kand
पुष्कर सिंह धामी ने लिखा, “उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन के दौरान खटीमा गोलीकांड में अपने प्राणों की आहुति देने वाले आंदोलनकारियों को भावभीनी श्रद्धांजलि। राज्य निर्माण में आपके द्वारा दिया गया बलिदान अविस्मरणीय है। हमारी सरकार शहीदों के सपनों के अनुरूप निरंतर कार्य कर रही है। राज्य आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों के सशक्तिकरण के लिए 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था लागू की गई है।”28 अगस्त 2000 को तत्कालीन राष्ट्रपति केआर नारायणन ने उत्तर प्रदेश पुनर्गठन विधेयक को मंजूरी दी और फिर 9 नवंबर 2000 को यह अधिनियम बन गया और नया राज्य उत्तरांचल भारत के 27वें राज्य के रूप में अस्तित्व में आया जिसे अब उत्तराखंड के नाम से जाना जाता है।
इससे पहले उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच के पदाधिकारियों ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। पदाधिकारियों ने राज्य आंदोलनकारियों के लिए सरकारी सेवा में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि “हमारा लक्ष्य उत्तराखंड को राज्य आंदोलनकारियों के सपनों जैसा बनाना है। इस दिशा में हम विकल्पहीन समाधान की दिशा में तत्परता से काम कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण में राज्य आंदोलनकारियों के संघर्ष को राज्य की जनता हमेशा याद रखेगी। धामी ने आगे कहा कि वे भी राज्य निर्माण आंदोलन के साक्षी रहे हैं।
कॉंग्रेस ने भाजपा को बताया बलि का बकरा https://youtu.be/YTeu2fpjUYM?si=GCnlDMGB5LbskxyK