Kadamakkudy Islands केरल के कदमककुडी गांव की खूबसूरती ऐसी है कि जब आप इसे देखेंगे, तो आपकी आंखें जैसे ठहर जाएंगी, और मन वही रम जाएगा. ये गांव कोच्चि के पास बसा हुआ है. शहर की भीड़भाड़ से कोसों दूर, शांति और प्रकृति की गोद में. यहां की प्राकृतिक सुंदरता इतनी मंत्रमुग्ध करने वाली है कि यह किसी भी पर्यटक को अपनी ओर खींच लेती है.कदमककुडी केवल एक गांव नहीं है, यह एक अनुभव है—जैसे कि प्रकृति की गोद में बैठकर जीवन का आनंद लेना. जैसे ही आप इस गांव की हद में प्रवेश करते हैं,
आपको हरियाली के बीच में बिछी हुई पतली पगडंडियाँ दिखेंगी, जो झीलों के किनारे-किनारे चलती हैं. यहां सुबह की शांति में पक्षियों की चहचहाहट एक मधुर संगीत की तरह सुनाई देती है, जैसे कि प्रकृति ने खुद यह राग रचा हो. गांव की झीलों के किनारे चलने का अनुभव अद्वितीय है. ठंडी हवाएं आपके चेहरे को सहलाती हैं, और पानी की सतह पर सूरज की किरणें मानो नाचती हैं.
कदमाकुडी की शांत झीलें और चारों तरफ फैली हरियाली ऐसा महसूस कराती हैं कि समय थम गया हो. यह जगह उन लोगों के लिए एक आदर्श स्थान है जो शहरी जीवन की भागदौड़ से दूर कुछ सुकून के पल बिताना चाहते हैं.कदमककुडी केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए ही नहीं, बल्कि यहां की संस्कृति और जीवनशैली के लिए भी प्रसिद्ध है. यह गांव कई छोटे-छोटे द्वीपों का समूह है, जहां के लोग खेती, मछली पालन और ताड़ी निकालने जैसे पारंपरिक काम करते हैं. यहां के धान के खेत और झीलें अपने आप में अनूठे दृश्य प्रस्तुत करते हैं, जिन्हें देखकर हर किसी का मन प्रसन्न हो जाता है.
कदमककुडी की एक और खास बात यह है कि यह आसानी से पहुंचने योग्य है. यह गांव राष्ट्रीय राजमार्ग-66 से वराब्पुजा कस्बे के पास सड़क के माध्यम से जुड़ा हुआ है. इस गांव की यात्रा एक ऐसा अनुभव देती है जो जीवनभर याद रहेगा.तो, अगली बार जब आप खुद को तनावमुक्त करना चाहें, तो कदमाकुडी की ओर रुख करें. यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता, ग्रामीण जीवन की सादगी, और झीलों के किनारे बिताए गए वे सुकून भरे पल आपके दिल को छू लेंगे. यह गांव आपको शहर की भाग-दौड़ से दूर ले जाकर प्रकृति की गोद में ऐसा सुकून देगा जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है.
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