Janmashtami Banke Bihari वृंदावन के इस मंदिर में साल में एक बार मंगला आरती होती है. भगवान श्री कृष्ण की इस मंगला आरती के साक्षी बनने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेशों से हजारों श्रद्धालु आते हैं. मान्यता के अनुसार जो इस आरती के दर्शन कर लेता है, वह भवसागर से पार हो जाता है. इस मंदिर की मान्यता और मंगला आरती साल में क्यों एक बार की जाती है, उसके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं.
इसलिए होती है साल में एक बार आरती Janmashtami Banke Bihari
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में बाल रूप में विराजमान हैं. निधवन में भगवान श्री कृष्ण गोपियों के साथ रास रचाने के लिए जाया करते थे, तो उनके कुछ वस्त्र निधवन में और कुछ वस्त्र मंदिर में रह गए. ठाकुर जी को रास के समय विघ्न होता था. इसलिए मंगला आरती को बंद किया गया. यह मंगला आरती साल में एक बार जन्माष्टमी के पावन पर्व पर की जाती है.जब भगवान रास के लिए जाते हैं, वह जब सुबह लौटकर आते हैं, तो वह थक जाते हैं. हारे थके प्रभु को जगाना उचित नहीं है. पहले यह आरती नित्य दिन होती थी, लेकिन तब से भगवान के वस्त्र निधवन में और बिहारी जी मंदिर में पाए गए थे. यह आरती सैकड़ों साल से चली आ रही है.
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर प्रसिद्ध बांकेबिहारी मंदिर में साल में एक बार होने वाली मंगला आरती को लेकर शेड्यूल जारी कर दिया गया है. बांकेबिहारी मंदिर प्रशासन के अनुसार जन्माष्टमी के दिन यानी 27 अगस्त को सुबह 7 बजकर 45 मिनट पर मंदिर के कपाट खुलेंगे. मंदिर के कपाट खुलने के बाद 7 बजकर 55 मिनट पर श्रृंगार आरती की जाएगी. इसके बाद 11 बजकर 55 मिनट पर राजभोग आरती का कार्यक्रम होगा. राजभोग आरती के बाद मंदिर का पर्दा बंद कर दिया जाएगा.
मंगला आरती और महाभिषेक का समय
बता दें कि शाम 5 बजकर 30 मिनट से रात 9 बजकर 30 मिनट तक भक्त भगवान के दर्शन कर सकते हैं. रात 9 बजकर 25 मिनट पर शयनभोग आरती होगी. इसके बाद रात 12 बजे यानी मध्य रात्रि में ठाकुरजी का महाभिषेक होगा. फिर, 28 अगस्त को रात 1 बजकर 45 मिनट पर मंदिर के कपाट खुलेंगे और 1 बजकर 55 मिनट पर मंगला आरती होगी. भक्त, मंगला आरती के बाद रात 2 बजे से सुबह 5 बजकर 30 मिनट पर भगवान के दर्शन कर सकेंगे. बुधवार, 28 अगस्त को रात सुबह 7 बजकर 45 मिनट से दोपहर 12 बजे तक नंदोत्सव मनाया जाएगा. इस साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत 26 अगस्त को रखा जाएगा. इस्कॉन, द्वारिकाधीश मंदिर और ब्रज क्षेत्र में जन्माष्टमी 26 अगस्त को मनाई जाएगी. जबकि, बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी का उत्सव 27 अगस्त को मनाया जाएगा.
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